दाग धब्बे और पिपल्स की समस्या और निदान (उपाय)
युवा अवस्था में हारमोन्स इफेक्ट के कारण एंव अनियमित खान-पान के सेवन एंव डिप्ररेशन के कारण पिपल्स हो जाते है
नीबू का रस गुनगुने पानी में दिन में 2-3 बार लेने से पिंपल्स कम होते हैं। भरपूर मात्रा में नींद लें। कम से कम 6घंटे, अधिक आॅयली खाने से बचे। एक दिन में कम से कम चार पाॅच लीटर पानी पिये।
मेथी की पत्तियो का लेप चेहरे पर प्रतिदिन लगाने से और इसके 15 मिनट बाद उसको गुनगुने पानी से धो ले इससे आराम मिलता है।
चेहरे पर कच्ची हल्दी का लेप लगाने से आराम मिलता है।
कच्चे लहसुन की पीठी बनाकर लगाने से पिपंल्स कम हो जाते हैं काले निशान व फोड़े फुन्सियो से छुटकारा मिलता है। दिन में कम से कम दो बार लहसुन का पेस्ट लगाये।
लहसुन की 2-4 कलियाॅ प्रतिदिन तीन माह तक खाने से खून साफ होता है और त्वचा लबे समय तक मुहाॅसे छुटकारा मिल जाता है।
चमकती त्वचा के लिए उपाय
त्वचा के अक्सर विकार पेट की समस्या के कारण होते है इसलिए दिन में कम से कम तीन बार नीबू पानी पिएं
विटामीन सी से युक्त फलो को खुब उपयोग करे उसमें नीबू, संतरा, मौसमी का उपयोग करें। ज्यादा चाय, काॅफी का सेवन न करें।
चेहरे को 4-5 बार ग्लिसरीनयुक्त साबुन से धोएं। सूखी हल्दी की गाठ को नीबू के रस में मिलाकर लगाने से चेहरे के दाग-धब्बे साफ होने लगते हैं। ड्राय स्कीन के दाग मिटाने के लिए कच्चे दूध में चदन मिलाकर लगाएं। चोट के निशान पर लाल चंदन पान में घिसकर लगाएं।
टमाटर में नींबू की दस-बारह बूॅद मिलाकर इसको चेहरे पर लगाएं इससे दाग धब्बे के निशान दूर हो जायेगें।
विटामिन सी
विटामिन सी को एक उत्तम आहार माना जाता है। यह प्रदूषण, तनाव, सूरज, पर्यावरण आदि द्वारा बनाये गये मुक्त कणों के हानिकारक प्रभाव को कम करता है। ये मुक्त कण त्वचा की स्थिति को और खराब कर देते है जिससे त्वचा बूढ़ी और धूधली दिखती है। विटामीन सी से इसे रोकने में मदद मिलेगी। यह प्राकृतिक रंजकता रोधी की तरक सक्रिय हो जाता है। मेलानोसोम्स के खिलाफ प्रतिक्रिया करती है, जो कि हमारी त्वचा की कोशिकाओं में रंजकता के लिए जिम्मेदार होती है। आखिरी लेकिन अंतिम नही, विटामिन सी उम्र के बढ़ने के निशान का प्रबल विरोधी एजेंट है। यह कोलेजन संश्लेषण को बढ़ा देता है जो आपकी बढ़ती उम्र को रोक देता है।
अल्फाहाइड्रोआॅक्सीएसिड़
सौन्दर्य प्रसाधनों में उपयोग होने वाले ये एसिड प्राकृतिक फलों और शुगर से प्राप्त किये जाते हैं। छाछ एंव गन्ने से कई तरह के सौन्दर्य उपचारो पर आधारित हैं। ये अल्फा हाइड्रोआक्साइड़ एसिड के प्राकृतिक श्रोत हैं। लैक्टिक एसिड दही में पाया जाता है और ग्लाइकोलिक एसिड गन्ने से प्राप्त होता है। ये अवयव मृत और मंद त्वचा की कोशिकाआंे में चमक आती है। त्वचा में चमक एंव निखार लाने के लिए लैक्टिक एंव ग्लाइसेमिक एसिड जिनमें पाया जाता है उनका उपयोग करें।
Sandhya kukreti Ranakoti, 12 July, 2016